दो तीन बड़ी खबरें हैं और तीनों ही जबरदस्त हैं। एक हम बार-बार बोलते रहे मोदी जी ये गंदगी वाली फैमिली को आप अंदर कब करोगे? इनके ऊपर जो टॉलरेंस आपने रखी है यह कब बंद करोगे? बाकी सारे काम कर दिए। एक ये रह गया था। यह भी पूरा कर ही दो। उन्होंने अब डिक्लेअ कर दिया है कि जीरो टॉलरेंस राहुल गंदगी और इसकी फैमिली इसके साथ की जाएगी। अब मैं क्यों बोल रहा हूं कि ये जीरो टॉलरेंस है। वैसे उन्होंने क्वेश्चन जो वर्ड था वो यूज़ किया था जीरो टॉलरेंस अगेंस्ट करप्शन। अब उसमें कोर्ट भी आती है। उसमें राहुल गांधी भी आता है। उसके जीजा जी, मम्मी जी, पापा जी ये सारे आते हैं। ये मुद्दा हो गया।
दूसरा अगर जीरो टॉलरेंस की बात हो ही रही है तो पार्लियामेंट के अंदर भी जो ये इतना उछलउछल के काम करते हैं उसके ऊपर भी जीरो टॉलरेंस है। तीसरा जीरो टॉलरेंस है जो ये गुंडा राज करने की कोशिश करते हैं। ये जंगल राज इसके ऊपर भी जीरो टॉलरेंस अब अपनाई जाएगी। आसाम के अंदर इन्होंने कोशिश किया था वो हमने देख लिया। और आखिरी चीज वो है फ्रॉड।
आप अगर गंदगी को हटा दोगे तो फिर कोई नया बंदा डीप स्टेट पकड़ेगा। उसको समझो कहां जाता है ट्रेस करो। ये डिफिकल्ट हो जाएगा। इसलिए जाना दुश्मन अनजाने दुश्मन से बेहतर होता है। ये राजनीति है। तो हम क्या करते हैं? इसको खुला छोड़ के रखते हैं। अब देखो अभी ये गया था बहरीन इसने आसाम में करने की कोशिश की दंगा। हमने क्या किया? पकड़ लिया। तो फिर इससे क्या किया? जस्टिस वर्मा के इंपीचमेंट पे साइन करा दिए। है ना?
तो आप जब आप अपने दुश्मन को जान लेते हैं, समझ लेते हैं तो हर बार उसको हटाने की जल्दी मत करिए। अगर उससे पहले कुछ काम निकल रहा है ना काम निकालिए। राजनीति है इसमें घोड़ा ढाई अक्षर चलता है। एक दो ढाई तो आप जितना सीधा चलेंगे उतनी जल्दी खत्म हो जाएंगे। आप जितना टेढ़ा चलेंगे उतना सर्वाइव करेंगे। तो राहुल गंदगी को और उसकी मैया को आप जेल मत भेजिए। आप जितना हो सके इनसे देश हित में काम करा लीजिए। सच बता रहे हैं। यह जेल भेजने से बदतर है। यह मौत से बदतर है उनके लिए कि वो राष्ट्र हित में काम करते हैं।
ये तो बिल्कुल सही बात हुई कि इनके लिए इनके लिए मौत है कि वो राष्ट्र हित में काम कर रहे हैं। ये भी कांग्रेस के लिए और गंदगी फैमिली के लिए ये मौत से बड़ी चीज नहीं है। मोदी जी ने बोल दिया कि करप्शन के लिए जीरो टॉलरेंस है। क्या ये सिर्फ जजेस के लिए है या इनकी फैमिली के ऊपर भी कोई ताज गिरेगी। आपने बोल दिया इनको बाहर छोड़ दीजिए। फिर करप्शन की जीरो टॉलरेंस का मतलब क्या हुआ?
जीरो टॉलरेंस का मतलब है इनसे देश में काम कराइए। धीरे-धीरे इनकी प्रॉपर्टीज, इनकी चीजें कन्फसकेट करते जाइए। अब आप बताइए सोनिया गांधी से आपने पैसे ले लिए, प्रॉपर्टी ले ली, पावर ले ली और देश में जीरो टॉलरेंस का मतलब है इनसे देश में काम कराइए। धीरे-धीरे इनकी प्रॉपर्टीज, इनकी चीजें कन्फसकेट करते जाइए।
सीएम मोहन यादव है उन्होंने एक आईएएस है डॉक्टर नवनीत मोहन कोठारी इनको एक स्कैम में गिरफ्तार किया। इन्होंने करीब 450 प्रोजेक्ट्स को बिना मीटिंग के मंजूरी दे दी है। ये क्लियर कट करप्शन का केस है। तो उनको गिरफ्तार कर दिया। तो आप ब्यूरोक्रेसी के ऊपर बहुत एक्टिव हैं। क्यों? इसी को हूं इलेक्टेड वर्सेस सिलेक्टेड। इेड कौन है? जो नेता है। सिलेक्टेड कौन है? आईएएस, जजेस ये सब जो ब्यूरोक्रेसी पूरी बनाते हैं, फ्रेमवर्क बनाते हैं। नेता आते हैं 5 साल के लिए, 10 साल के लिए उनको जनता के लिए उत्तरदाई। यह जो सिलेक्टेड लॉट है यह सिर्फ अपने लिए उत्तरदाई है। पूरा देश इनके लिए बना हुआ है और इन्होंने करप्शन करने के नए-नए तरीके इजाद कर रखे हैं। सिस्टम इनके हाथ में खेलता है। वो कहते हैं ना सरकार हमारी है पर करप सिस्टम उनका है।
वो जो भी डायलॉग था वो इन्हीं लोगों के कारण है कि आप ट्रेन ब्लास्ट के सारे लोग एक्विट कर देते हैं। उनको निर्दोष घोषित कर देते हैं। उनको छोड़ देते हैं। एव्री सिनर हैज़ अ फ्यूचर इन्वेस्टिगेशन किसने किया कैसा किया कोई रिस्पांसिबिलिटी नहीं है ब्यूरोक्रेसी के लिए वो रिस्पांसिबिलिटी इस टर्म में मोदी सरकार सुनिश्चित कर रही है आप कैसे भी जीरो नंबर ला के भी अगर आप शिक्षक बने हैं तो आपको जो कोर्स दिया जाएगा वो पढ़ाना पड़ेगा आप जीरो नंबर ला के भी आईएएस बने हैं लेकिन जो काम दिया जाएगा आपको करना पड़ेगा नियम कानून पालन करने पड़ेंगे तो ब्यूरो ोक्रेसी को सिस्टम को वेल और ये आपको अगर ये एक बिहार के मंत्री का एक समय एक इंटरव्यू आया था पहली बार वो चुनाव जीत करके गया था उससे पूछा गया क्या आप लेंगे उसने कहा हां बिल्कुल चुनाव में जो खर्च किया उसकी रिकवरी करूंगा तो पत्रकार ने पूछा कि कैसे करेंगे तो उसका क्या जवाब था वो तो बाबू बताएगा
सांसद कि जो नेता आते हैं उनको मालूम नहीं है कि सिस्टम का फायदा उठा के पैसे कैसे कमाते हैं। यह शिक्षा वहां बैठे बाबू देते हैं। इसके साथ ही कौन सा नेता पागल है जैसे मोदी को डिक्टेटर ये सब किसने क्रूशिएट किया था? ये सब बाबूओं का काम। और मोदी जी जब 2019 में वापस चुनकर के आए थे तो उन्होंने इन्हीं आईएएस ऑफिसर्स को बुला के बैठा के कहा था आपने मेरे 5 साल बर्बाद किए। ये बहुत बात अलग है कि वो वीडियो देखने के बाद मैं शौक में चली गई थी। भाई साहब आपने इतने सारे काम 5 साल में कर लिए। कांग्रेस राज में तो ये 80 साल में नहीं हो पाए और आप कह रहे हैं मेरे 5 साल बर्बाद कर दिए। मतलब अगर आप करते तो क्या मतलब 5 साल में भारत चांद पे पहुंच जाता। बट इट वास वेरी मच पॉसिबल। >> बिल्कुल पहुंचे। तो पहुंच चुके हैं। मार्स पे पहुंच गए, चांद पे पहुंच गए। कोई चीज छोड़ी नहीं है। देखिए अभी जैसे हमने बोला आपने बोला कि जीरो टॉलरेंस है। समझ आ गया मुझे करप्शन है, बाबू है। इनके अगेंस्ट आप काम कर रहे हैं। लेकिन आप देखिए जो जिहादी हैं उनके अगेंस्ट अभी भी क्या जो जीरो टॉलरेंस है उनके अगेंस्ट भी रखी जाएगी?
हां एक यूपी में जिहादी का घर तोड़ा गया। उसका पूरा नेटवर्क खोदा गया। अब पिक्चरें पहुंच जाता। बट इट वास वेरी मच पॉसिबल। >> बिल्कुल पहुंचे। पांच साल में हम चांद पे पहुंच गए। कोई चीज छोड़ी नहीं है। देखिए अभी जैसे हमने बोला आपने बोला कि जीरो टॉलरेंस है। समझ आ गया मुझे करप्शन है, बाबू है। इनके अगेंस्ट आप काम कर रहे हैं। लेकिन आप देखिए जो जिहादी हैं उनके अगेंस्ट अभी भी क्या जो जीरो टॉलरेंस है उनके अगेंस्ट भी रखी जाएगी? >> हां एक यूपी में जिहादी का घर तोड़ा गया। उसका पूरा नेटवर्क खोदा गया। अब पिक्चरें भी आ रही है। जैसे अजमेर शरीफ में जो कांड हुआ था जहां पर दरगाह का खातिम खुद इन्वॉल्व था और वो कांग्रेस का वर्कर ओके तो पोस्ट होल्डर था ऑफिशियल पोस्ट होल्डर ऐसे ही गोधरा में भी वो ऑफिशियल पोस्ट होल्डर था। तो ये सारी चीजें एक्सपोज की जा रही है। तो इसमें ये हिंदू लड़कियों के खिलाफ जो ये सब चल रहा है लव जिहाद वगैरह का मामला ये कैसे अभी कन्हैया लाल जो ट्रेलर था जिसको नपुर शर्मा वाले केस में मार दिया गया उसके ऊपर भी मूवी बनी है कि आप अगर फिल्मों से सीखना चाहते हैं तो हम फिल्मों से सिखा देंगे। कश्मीर फाइल है। बंगाल फाइल्स आने वाली है। केरला स्टोरी आ चुकी है। तो ये कांग्रेस काल में क्यों नहीं बन पाई? कांग्रेस काल में क्यों मुस्लिम हीरो हिंदू लड़की हीरोइन यह चल रहा था ना अकबर द ग्रेट जोधा अकबर की लव स्टोरी चल रही थी। अभी हकीकतें दिखा रहे हैं और इस बात का बहुत विरोध हो रहा है कि आप हकीकत कैसे दिखा रहे हैं और इस बात का गुस्सा है। आज राहुल गांधी पार्लियामेंट के बाहर खड़े होकर के काला पट्टा बांध करके काफी कुछ चीख चिल्ला रहे हैं। काफी गुस्सा है। उनको पता है इलेक्शन कमीशन कैसी धांधली कर रहा है। लेकिन भाई साहब अगली बार प्रेस कॉन्फ्र इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बताने आए हैं कि मैं अगली प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा। उसमें बताऊंगा कि इलेक्शन कमीशन कैसा घोटाला कर रहा है। जब आपके पास सबूत है आपको पता तो अभी ले आते ना। हमारा जनता का भी तो समय बचता। अब एक बार इनको और झेलो और उसमें भी ये अड़म गडम बड़म अब एक बड़ा लॉजिकल क्वेश्चन लेके आए हैं। आप कह रहे हैं आओ ऑपरेशन सिंदूर ऑन गोइंग है। फिर आप कह रहे हैं हम जीत गए। ये दोनों बातें कैसे हो सकती? पप्पू तुमसे ना हो पाएगा। तुम्हारी समझ में नहीं आएगा। हम जो एक एग्जिट पॉलिसी होती है। किसी भी युद्ध, किसी भी चीज में एंटर करने से पहले आपके कुछ टारगेट्स होते हैं। आप उनको अचीव कर लेते हैं। कह देते हैं कि हम जीत के आप उसको और आगे एक्सकलेट नहीं करते। एग्जिट पॉलिसी लिए बिना रशिया यूक्रेन में घुसा। आज 3 साल से ऊपर हो गया। वो वहां पर फंसा हुआ है। मोदी जी को यह नहीं करना था। उनको यह था तुम्हारे एयरपोर्ट्स मैंने तबाह कर दिए। तुम्हारे आतंकवादी मैंने तबाह कर दिए। पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। उसके न्यूक्लियर हथियार एक्सपोज कर दिए। अब मेरी एग्जिट पॉलिसी है। मैं न्यूक्लियर वेपंस डिस्ट्रॉय करूंगा और जब तक सारे नहीं हो जाते तब तक चुप बैठूं। ये लेकर के हम घुसे थे। अभी मोदी जी इंग्लैंड गए हैं। उससे पहले हमारे पवन कल्याण जी जो आंध्र प्रदेश के डेपुटी सीएम है। उन्होंने एक बयान दे दिया और बीजेपी में कोई आउट ऑफ टर्न नहीं बोलता। यह जान लीजिए। उन्होंने जो बयान दिया है वो ये कि कोहिनूर वापस आना चाहिए। अब ये कसम तो नहीं है और चार किंग चार्ल्स की जो है इसमें अब ये अगर उनको ट्रेड डील लेनी है तो कुछ देना पड़ेगा मोदी को। आपने हमारा काफी सारा 800 टन सोना रखा हुआ है। कोहिनूर रखा हुआ। हमारे स्क्रिप्चर्स रखे हैं। अच्छा मोदी जी को सब मालूम है। आप एजुकेशन डिफाइन कर रहे हैं। न्यू एजुकेशन पॉलिसी लेके आए और राजा भोज की भोजशाला की जो सरस्वती जी की मूर्ति है वो भी उनके म्यूजियम में रखी है। पिछली बार अन्नपूर्णा मां की मूर्ति लेके आए थे। काशी विश्वनाथ जी में स्थापित मां की। आज आप 80 करोड़ लोगों को घर बैठ के खिला रहे हैं और अनाज एक्सपोर्ट कर रहे हैं। भंडार भर गए हैं। ऐसा नहीं है कि आप अपनी देवी मूर्तियां ले आते हैं उनको प्राण प्रतिष्ठित करते हैं तो असर नहीं पड़ता। बहुत तगड़ा असर पड़ता है। अब अगर आप न्यू एजुकेशन पॉलिसी पे काम कर रहे हैं और भोशाला की सरस्वती मां की मूर्ति ला के म्यूजियम में नहीं रखिएगा। उसकी स्थापना करके उसकी पूजा शुरू हो जाए। भारतीय तंत्र बदल जाएगा। लेकिन यह चीजें लोग सबूत दिखाओ सबूत दिखाओ गैंग को यह चीजें नहीं समझ में आएंगी बट इसका प्रैक्टिकल सशन होता है। तो भारत बहुत सारे माइलस्टोन तय कर रहा है और राहुल गांधी के पूरे दिन शुरू हो गए हैं। इस समय संसद के बाहर वो मजमा लगा के मददारी बने हुए हैं। बंदर >> बिल्कुल ठीक है क्योंकि जीरो टॉलरेंस मोदी जी ने डिक्लेअ कर दिया राहुल गंदगी और उसकी फैमिली के खिलाफ ये जो लोग हैं वो भी बोलते हैं राहुल गंदगी नाम रखा है बिल्कुल सही रखा है
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